टोकोफोबिया क्या है? Fear of Childbirth. Tokophobia in Hindi.new टोकोफोबिया प्रेग्नेंसी से डर की जानकारी। टोकोफोबिया का क्या कारण है? लक्षण? और निदान ।

टोकोफोबिया क्या है? Fear of Childbirth| Tokophobia in Hindi. टोकोफोबिया प्रेग्नेंसी से डर FEAR of childbirth. TOKOPHOBIA KYA HAI. Fear of pregnancy. इस लेख में Tokophobia किसे कहते है के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई है। हमारा यह लेख पढ़ने के बाद आपको टोकोफोबिया की पूर्ण जानकारी के बारे में पता लग जाएगा ...

टोकोफोबिया क्या है? Fear of Childbirth. Tokophobia in Hindi|
टोकोफोबिया क्या है? Fear of Childbirth. Tokophobia in Hindi|

प्रेग्नेंसी से डर की जानकारी Tokophobia:-टोकोफोबिया गर्भावस्था और बच्चे के जन्म से जुड़ा एक डर है।टोकोफोबिया एक भावनात्मक समस्या है जो तनाव के कारण होती है। जिसमें एक महिला मां बनने से डरती है। इस तरह की मानसिक समस्याएं कई महिलाओं में पाते हैं। प्रसव पीड़ा एवं प्रेग्नेंसी में बच्चा खो जाने का डर कोई आम बात नहीं है। इस विषय पर लखनऊ के केयर इंस्टीट्यूट ऑफ लाइफ साइंसेज एमडी फिजिशियन डॉक्टर कहती है -
  1. प्रेग्नेंसी में या डिलीवरी के दौरान दर्द
  2. प्रेग्नेंसी के दौरान होने वाली समस्याएं
  3. पुराने अनुभव का डर
  4. गलत जानकारी आदि 
तनाव की तरह होता है। जहां प्रेग्नेंट औरत को यह लगता है, कि प्रेगनेंसी के दौरान उसे और उसके शिशु को बहुत कष्ट पीड़ा से गुजरना पड़ेगा। कुछ बुरा होगा। और वो मां बनने से इनकार करते हैं। नीचे विस्तार से TOKOPHOBIA in Hindi 

टोकोफोबिया का अर्थ क्या है ? Tokophobia kya hai in Hindi 

Fear of childbirth : मां बनना महिलाओं का सौभाग्य माना जाता है। पर कई महिलाएं भी हैं जिनको मां बनने से डर लगता है। इस भय को टोकोफोबिया कहते हैं।

  • टोकोफोबिया शब्द को 2000 में चिकित्सा साहित्य में पेश किया गया था।
  • यह शब्द है ग्रीक टोकोस से है जिसका अर्थ है प्रसव और फोबोस यानी भय।
  • फोबिया शब्द का अर्थ है किसी चीज का अत्यधिक या तर्कहीन भय ।
  • टोकोफोबिया गर्भावस्था का पैथोलॉजिकल डर है और इससे बच्चे को जन्म देने से बचा जा सकता है।
  • यह एक महिला में बच्चे के जन्म का अत्यधिक या तर्कहीन भय है।
  • टोकोफोबिया को एक विशिष्ट फोबिया के रूप में माना जाता है जिसका अर्थ है कि
  • यह जीवन की गुणवत्ता में हस्तक्षेप करने के लिए पर्याप्त गंभीर है। लकवाग्रस्त की तरह है।

डर और फोबिया में क्या अंतर है|टोकोफोबिया|

TOKOPHOBIA in Hindi: हम सभी में कोई ना कोई डर है। और वो क्या होता है इसके बारे में कुछ लोग जानते हैं, जबकि हमें से कुछ लोग इसे महसूस नहीं करते। अंतर :-
  • डर एक नेचुरल इमोशनल रिएक्शन है जबकि फोबिया एक तरह का एंग्जाइटी डिसऑर्डर होता है।
  • डर के पीछे कोई खास वजह होती है लेकिन फोबिया का कोई आधार नहीं होता।
  • इस बारे में व्यक्ति जानता है फिर भी वह अपने मन में बसे फोबिया को दूर नहीं कर पाता है।
  • हर इंसान कभी ना कभी किसी ने किसी चीज को लेकर ज्यादा सोचता है या उसे लेकर भयभीत हो जाता है
  • सोचना और डरना बुरा नहीं है पर जब यही खौफ हद से ज्यादा हो जाए तो मानसिक समस्या बन जाती है।
  • जिसे फोबिया का नाम दिया जाता है।टोकोफोबिया एक मनोवैज्ञानिक विकार है।
  • जिसमें बच्चे के जन्म का डर शुरुआती वयस्कवस्था से शुरू हो जाता है। क्लिक से पढ़ें anxiety

टोकोफोबिया|Childbirth रिपोर्ट क्या कहती है?

Fear of Pragnancy : औद्योगिक मनोचिकित्सक जनरल में प्रकाशित टोकोफोबिया की 2012 की एक केस रिपोर्ट से पता चल पाया है कि 

  • 13% गैर गर्भवती महिलाएं बच्चे को जन्म देने से डरती है(भले ही वे पैदा करना चाहें)। इसी वजह से प्रेगनेंसी को टालती है।
  • अगर आप प्रेगनेंसी टाल रहे हैं तो आपको यह बीमारी होने की संभावना है।
  • ऐसी महिलाओं को साइकोलॉजिस्ट से मिलने की सलाह के साथ गायनकोलॉजिस्ट से सलाह लेने की आवश्यकता है।
  • इससे पीड़ित हुई महिलाओं को यह लगता है कि उसकी या शिशु की जान प्रेग्नेंसी के दौरान जाने वाली है।
  • इसके अलावा भी कई सारे कारण हो सकते हैं।
  • इसके एक नहीं कई सारे लक्षण दिखाई दे सकते हैं। जो आपको डिप्रेश कर दे 
  • और आपको घबराहट यानी anxiety भी हो सकती है
  • यह आपकी नींद, डाइट और मूड को भी पूरी तरह से खराब कर सकता है।
  • अगर आपको भी बच्चे जन्म देने से डर लगता है तो इसका कारण और उपाय जानने के लिए डॉक्टर से संपर्क करें ।
  • शोध बताते हैं कि 2.5% से 14 परसेंट महिलाएं टोकोफोबिया से प्रभावित हैं
  • लेकिन कुछ शोधकर्ताओं का मानना है कि यह आंकड़ा 22% तक हो सकता है।
  • जिनको मां बनने से डर लगता है। उनके दिमाग में डर हमेशा बैठा रहता है ,घबराती है 
  • प्रेगनेंसी में बच्चे पैदा करने की बात सुनकर ही पसीना आने लगता है, कांपने लगती है।
  • बच्चों के लिए काम करने वाली संस्था 'रेना' महिलाओं की मदद के लिए काम करती है
  • टोकोफोबिया से ग्रसित महिलाएं प्रेग्नेंसी को टालने के लिए किसी भी हद तक जा सकती हैं ।
  • वो मां बनने से इतना डरती है कि गर्भपात तक करा देती है 
वजह लड़की के साथ अतीत में हुआ किसी तरह का शोषण, मानसिक तकलीफ, या बुरे अनुभव से जुड़ी हो सकती है। 

टोकोफोबिया का क्या कारण है?

टोको फोबिया के कारणों में शामिल है:-

  1. दुर्व्यवहार या बलात्कार का इतिहास होना जो आपको गर्भवती होने के बारे में शर्मनाक महसूस कराता है।
  2. प्रेग्नेंसी के दौरान अन्य लोगों के बुरे अनुभवों को सीखना।
  3. कसी व्यक्ति ने टोकोफोबिया क्यों विकसित किया है -
  • इसका हमेशा कोई स्पष्ट कारण नहीं होता 
  • किसी व्यक्ति के जीवन के दौरान विकसित होने वाले बच्चे के जन्म के बारे में
  • विचारों, भय, अनुभवों और पूर्वकल्पित धारणाओं के संचय का परिणाम हो सकता है।

टोकोफोबिया के लक्षण क्या हैं?

  1. यघपी बच्चे के जन्म का गहन चिंता, 
  2. अत्याधिक या तर्भकहीन भय, 
  3. मनोवैज्ञानिक भय टोकोफोबिया की सबसे बड़ी विशेषता है। यह एक नहीं इसके कई लक्षण -
  4. अवसादग्रस्तता विकारों और 
  5. सामान्यीकृत चिंता विकारों के साथ ओवरलैप करते हैं,
और वे जीवन के कई पहलुओं एवं समग्र मनोदशा में हस्तक्षेप कर सकते हैं।

टोकोफोबिया की सामान्य लक्षणों में शामिल है-

  1. संभोग से बचना 
  2. गर्भधारण में देरी करना या गर्भधारण से बचना है भले ही आप बच्चे पैदा करना चाहते हैं तब भी
  3. बच्चे के जन्म के दौरान "क्या गलत हो सकता है"- मातृ मृत्यु एवं बाल मृत्यु निर्धारण
  4. गर्भवती होने से बचने के लिए बहुत कुछ करना जैसे जन्म नियंत्रण वीधियो को 2 गुना 3 गुना करना। जनसंख्या नियंत्रण का सफाया देना।
  5. बिना चिकित्सीय कारणों के सिजेरियन डिलीवरी (सी सेक्शन) का अनुरोध करना
  6. अवसाद के लक्षण जैसे थकान, शरीर में दर्द या कामेच्छा में कमी या पसंदीदा गतिविधियों में रुचि का कम होना है
  7. कोई फिजिकल या बायोलॉजिकल कमी जो सामाजिक रूप से मान्य ना हो को छुपाने के लिए
  8. कठिन प्रसव के बाद अभिघातजन्य तनाव विकार (PTSD) का अनुभव हो सकता है।

टोकोफोबिया के दो प्रकार है - प्राथमिक और द्वितीयक

  1. प्राथमिक टोकोफोबिया: ये उन लोगों में होता है, जिन्होंने पहले कभी बच्चा जन्म नहीं दिया है लेकिन उन्हें टोकोफोबिया है।
  2. द्वितीयक टोकोफोबिया: ये तब होता है जब वह जन्म देने के पूर्व अनुभव से उत्पन्न होता है।क्लिक से पढ़ें : best-treatment-option-for-anxiety

चिकित्सा भय से उत्पन्न टोकोफोबिया 

  • प्राथमिक टोकोफोबिया वाले लोगों में समान रूप से चिकित्सा क्षेत्र के बारे में बड़ा डर हो सकता है
  • जिसमें डॉक्टरों अस्पतालों दर्द या नियंत्रण खोने और चिकित्सा प्रक्रियाओं से गुजरने का डर शामिल है
  • वे स्वास्थ्य देखभाल पेशेवर द्वारा चिकित्सा कदाचार या दुर्व्यवहार के शिकार भी हो सकते हैं।
  • जो न्यूज़ घटनाएं देखने को मिलती है। जिससे महिलाएं सहम जाती है।

दर्दनाक व्यक्तिगत इतिहास 

  • बच्चे के जन्म के आसपास के डर, अतीत में दर्दनाक यौन अनुभवों से उत्पन्न हो सकते हैं
  • चाहे वे बचपन या वयस्कता के दौरान हुए हैं।
  • द्वितीयक टोकोफोबिया वाले लोगों में भय PTSD के समान हो सकता है
  • जो दर्दनाक, चुनौतीपूर्ण या जटिल था। जब आपका गर्भपात, मृत जन्म हुआ हो।
  • चिंता और अवसाद सहित मानसिक स्वास्थ्य की स्थिति का इतिहास इस संभावना को बढ़ा सकता है
  • यह कुछ प्रमाण है जो सुझाव देते हैं कि प्रसवपूर्व अवसाद होने से विशेष रूप से टोकोफोबिया की संभावना बढ़ सकती है।
  • हालांकि यह इतना सामान्य नहीं है। 

इस समस्या का इलाज क्या है?

इस बीमारी से पीड़ित महिलाओं में काउंसलिंग, थेरेपी व दवा भी असरदार हो सकता है। 
  • डिप्रेशन एंजायटी या अन्य साइकाइट्रिक डिसऑर्डर्स से बचाव के लिए एक्सपर्ट दवा का भी सुझाव देते हैं 
  • दवा भी काफी कारगर है। ऐसे में जरूरी है कि tokophobia पीड़ित महिलाओं को एक्सपर्ट की सलाह लेनी चाहिए 
  • ताकि दवा का सेवन कर बीमारी से निजात पा सके।
  • इसके अलावा और पीड़िता को मेंटल हेल्थ प्रोफेशनल से लेनी चाहिए सलाह,
  • पैरेंटल सपोर्ट क्लासेस में लेना चाहिए हिस्सा,
  • शिशु की मौत को लेकर डरावनी कहानी को नहीं सुनना चाहिए।
  • यदि कोई कहे तो उनसे दूरी बनाई या बात घुमा दे, बर्थ प्लान की तैयारी करें।
  • अपनी फिलिंग्स को दोस्तों और परिजनों से शेयर कर डर से बाहर निकलने की कोशिश करनी चाहिए।
  • यह बीमारी एक फेयर है लेकिन इस बीमारी का महिला के जीवन व उसके रोजमर्रा के क्रियाकलापों पर काफी असर पड़ता है।
अगर आपको किसी भी तरह की समस्या हो रहा है तो आप अपने डॉक्टर से जरूर पूछ लें।

क्या आपके टोकोफोबिया का निदान हो सकता है?

हां, अन्य मनोवैज्ञानिक स्थितियों की तरह टोकोफोबिया का निदान एक योग्य मानसिक स्वास्थ्य पेशेवर जैसे- साइकोलॉजिस्ट, मनोचिकित्सक या लाइसेंस प्राप्त नैदानिक सामाजिक कार्यकर्ता द्वारा किया जाता है। 

  • कुछ मामलों में एक प्राथमिक देखभाल प्रदाता या आपका ओबी या जीवाईएन भी
  • आपके रिपोर्ट किए गए लक्षणों के आधार पर निदान करने में सक्षम हो सकता है।
  • इसके लिए कुछ दवाइयां हैं लेकिन टोकोफोबिया के डर से निपटने की सर्वोत्तम तरीकों में से एक है
  • कि अपने डर के बारे में एक दयालु और समझदार स्वास्थ देखभाल, पेशेवर विशेषज्ञ से बात करना।
  1. चिकित्सा के तौर पर संज्ञानात्मक व्यवहार थेरेपी (सीबीटी) मनोचिकित्सा और 
  2. एक्सपोजर थेरेपी को फोबिया और अन्य चिंता संबंधी विकारों के उपचार में प्रभावी बताया गया है।
खुद से डाक्टर ना बनें। दवाइयो के सेवन से पहले बेहतर है कि मनोचिकित्सक से मिलें जो आपका उचित इलाज कर सकें।

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